ध्यान में अलग अलग रंगो के प्रकाश दिखना और इसके मतलब
ध्यान में अलग अलग रंगो के प्रकाश दिखना और इसके मतलब
जब हम ध्यान करते है और काफी प्रयासों के बाद
हमारा ध्यान धीरे धीरे लगने लगता है तब हमे सतर्क रहना चाहिए। ध्यान करते हुए अक्सर कई तरीके के प्रकाश दिखाई पड़ते हैं जिनमें से पीला लाल सफेद और मिश्रित रंग होते हैं इन तरह-तरह के रंगों का अलग-अलग अर्थ होता है जैसे पीले रंग का प्रकाश जीव की आत्मा प्रकाश माना जाता है और सफेद रंग का प्रकाश आत्मा का प्रकाश होता है।
ध्यान लगाने का सबसे उपयुक्त समय सुबह का होता है या फिर जब प्रकृति का संगम हो। प्रकृति के संगम से हमारा तात्पर्य शांति और प्राकृतिक वातावरण से है। या फिर ध्यान अंधेरे में और रात के समय में भी किया जा सकता है,
जब हम ध्यान करते हैं तब हमारी आंखें उस वक्त एकदम शांत होती हैं लेकिन कुछ क्षणों के पश्चात हमारी आंखें फिर घूमने लगती हैं अंदर ही अंदर ।और फिरसे ध्यान टूट जाता है।
एक ध्यान करने वाले साधक को चाहिए कि वह अपना पूरा ध्यान त्रिनेत्र पर ही लगाए,
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यह कहना बड़ा सरल है लेकिन करने में पसीने छूट जाते हैं। व्यक्ति को चाहिए कि जब भी मन इधर-उधर भटके तो उसे वापस अपने त्रिनेत्र पर केंद्रित करने का प्रयास करना चाहिए।
जैसे जैसे पीले रंग लाल रंग और धुएं के रंग बदलते हैं वैसे वैसे ध्यान में गहनता भी बढ़ती जाती हैं।
अगर आपको भी ऐसे ही कुछ अनुभव हो रहा है तो हमसे संपर्क करें।
और अगर कोई सुझाव या सवाल है तो बेझिझक पूछे।
English version
To see the light of different colors in meditation and its meaning.
When we meditate and after considerable efforts
When our attention starts to slow down, we should be vigilant. While meditating, there are often many ways of light, of which yellow red is white and mixed colors these kinds of colors have different meanings such as the yellow light is considered as light of the soul, and the white light is the light of the soul.
The most opportune time to meditate is in the morning or when there is a confluence of nature. By the confluence of nature, we mean peace and natural environment. Or meditation can be done in the dark and even at night,
When we meditate, our eyes are very calm at that time, but after a few moments our eyes begin to roam inside. And then the attention is broken.
A meditator should concentrate his attention on the third eye,
Meditation State.
It is very simple to say but sweat is missed. The person should try to focus back on his three eye whenever the mind is wandering around.
As yellow color changes in red and smoke color, the meditation also increases in depth.
If you are experiencing something similar, contact us.
And if there are any suggestions or questions, feel free to ask.
हमारा ध्यान धीरे धीरे लगने लगता है तब हमे सतर्क रहना चाहिए। ध्यान करते हुए अक्सर कई तरीके के प्रकाश दिखाई पड़ते हैं जिनमें से पीला लाल सफेद और मिश्रित रंग होते हैं इन तरह-तरह के रंगों का अलग-अलग अर्थ होता है जैसे पीले रंग का प्रकाश जीव की आत्मा प्रकाश माना जाता है और सफेद रंग का प्रकाश आत्मा का प्रकाश होता है।
ध्यान लगाने का सबसे उपयुक्त समय सुबह का होता है या फिर जब प्रकृति का संगम हो। प्रकृति के संगम से हमारा तात्पर्य शांति और प्राकृतिक वातावरण से है। या फिर ध्यान अंधेरे में और रात के समय में भी किया जा सकता है,
जब हम ध्यान करते हैं तब हमारी आंखें उस वक्त एकदम शांत होती हैं लेकिन कुछ क्षणों के पश्चात हमारी आंखें फिर घूमने लगती हैं अंदर ही अंदर ।और फिरसे ध्यान टूट जाता है।
एक ध्यान करने वाले साधक को चाहिए कि वह अपना पूरा ध्यान त्रिनेत्र पर ही लगाए,
मेडिटेशन स्टेट। |
यह कहना बड़ा सरल है लेकिन करने में पसीने छूट जाते हैं। व्यक्ति को चाहिए कि जब भी मन इधर-उधर भटके तो उसे वापस अपने त्रिनेत्र पर केंद्रित करने का प्रयास करना चाहिए।
जैसे जैसे पीले रंग लाल रंग और धुएं के रंग बदलते हैं वैसे वैसे ध्यान में गहनता भी बढ़ती जाती हैं।
अगर आपको भी ऐसे ही कुछ अनुभव हो रहा है तो हमसे संपर्क करें।
और अगर कोई सुझाव या सवाल है तो बेझिझक पूछे।
English version
To see the light of different colors in meditation and its meaning.
When we meditate and after considerable efforts
When our attention starts to slow down, we should be vigilant. While meditating, there are often many ways of light, of which yellow red is white and mixed colors these kinds of colors have different meanings such as the yellow light is considered as light of the soul, and the white light is the light of the soul.
The most opportune time to meditate is in the morning or when there is a confluence of nature. By the confluence of nature, we mean peace and natural environment. Or meditation can be done in the dark and even at night,
When we meditate, our eyes are very calm at that time, but after a few moments our eyes begin to roam inside. And then the attention is broken.
A meditator should concentrate his attention on the third eye,
Meditation State.
It is very simple to say but sweat is missed. The person should try to focus back on his three eye whenever the mind is wandering around.
As yellow color changes in red and smoke color, the meditation also increases in depth.
If you are experiencing something similar, contact us.
And if there are any suggestions or questions, feel free to ask.
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